Bihar crime report बिहार मे खुलेआम क्राइम

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Bihar Live crime reports 
 

       बिहार क्राइम रिपोर्ट 

मित्र 

मै भारत वर्ष के बिहार प्रांत का सोषित पीङीत नागरिक हुं।  मै बिहार के गुलामी की जंजीर तोङने के लिए विगत 32 वर्षो से संघर्ष कर रहा हूं ।लेकिन बिहार इस तरह से मारबाङी रुपी महामारी से ग्रस्त है ,कि चाहकर भी कोई  मदद करने मे समर्थ नही है ।यहां का माहौल मारबाङी के आतंक से इतना त्रस्त है कि बङे बङे पदाधिकारी भी इनके विरोध मे कुछ नही कर सकते नेता मंत्रीमंडल तो इनके ही हाथो के कठपुतली बनकर कुर्स तोङ रहे है ।ये लोग इतने बङे बङे व्यापारी है कि फुर्सत के अभाव के कारण हमारे बिहारी भाईयों को नियुक्त कर देते है ।इससे हमारे इन भाईयों को अपने राज्य मे अच्छी तनख्वाह मिल जाती है ।जिससे इनको पंजाब, हरियाणा नही जाना पिता है । 

मारबाङी  पहले तो व्यापारी ही बनकर आए थे ,लेकिन अब तो बिहार और नेपाल दोनो का बादशाह भी बन गए है ।अंग्रेजो और यवन के अधुरे सपनो को साकार करने का ठैका भी इन्होने ले लिया है ।इस कार्य को बङी निष्ठापूर्वक कर रहे है ।इनका मकसद बिहार और नेपाल के मुल निवासी का सर्वनाश अभियान है ,जो उग्र रूप मे है । इसके तहत ये बिहार मे बङी बङी दुकान खोलकर बैठे है ।बिहार के लोग जब इनके पास पहुंचते तो यह मोलभाव करते करते पुरे परिवार को अपने कब्जे मे करके उनको पहले तो कंगाल कर देते है ।फिर उसे दिल्ली पंजाब भेजकर उनके महिलाओ को अपने  वश मे कर फिर उससे संतान भी उत्पन्न कर देते है ।संतान उत्पन्न होने के बाद फिर उससे देह व्यापार आदि मे झौक कर पैसा बनाते है ।एक सर्वेक्षण के मुताबिक मारबाङी के द्बारा इस प्रकार के कई मामले नजर आ रहे है । सिमराही जिला सुपौल बिहार के एक परिवार के मामलात तो जग जाहिर है ।शिवकांत (बदला हुआ नाम) दो भाई थे , एक भाई को मरवा दिया ।फिर उसे तीन संतान हुई , जिसमे एक पुत्री का जन्म मारबाङी से ही हुआ है ।एसा वहां के लोगो का मानना है ।एक लङका है ,जिनका लगातार तीन तीन  सादी करवाकर दहेज लेकर उन लङकियो  लाकर देह व्यापार के लिए कहा ,लेकिन तीनो लङकी  ब्राह्मणी थी डट गई। तो तीनो वापस येन केन प्रकारेन  अपने मैके वापस जाकर दुसरी सादी कर ली ।शिवकांत के लङका चौथी सादी के लिए आवेदन कर रहे है । उस लगभग 40 वर्ष है ।

इनके दो पुत्री मे एक  का सादी नेपाल के दुर दराज मे कर दिया गया । उनको जब डिलीवरी का समय हुआ तो शशुराल से मंगाकर सुपौल के किसी हॉस्पिटल मे भर्ती किया गया ।आप्रेशन से बच्चा हुआ। संयोग से दोनो लङकी हुई ।जुङवा बच्चे का जन्म हुआ।  डॉक्टर बोला दुबारा मा नही बन सकती है । 

अर्थात पांचो अंगुली घी मे ।आप समझ रहे होगें । अब उनकी सारी प्रापर्टीज स्वतः हासिल  ।है न कमाल की बात  , विश्वास किजिए। बिहार मे अब यही धंधा है ।इसमे आप किसके पास जाओगे ?सब इनके अधीनस्थ ही है ।

अब इनके तीसरे संतान की बात  करे ,जो बङी बेटी है ।इनका सादी हुआ  । सादी 10km के दुर पर ही हुआ। लेकिन  बेचारी 10 दिन भी अपने मायके मे नही रह सकी है ।सादी को लगभग 1989 मे हुई थी ,चार संतान है ।तीन लङकी है। तीनो सादी सुदा है ।लेकिन इन तीनो को इनके माता के तरह ही रखना चाहता है ।इन लोगो का जीना हराम कर दिया है ।इनके बच्चे को भी पढने नही दिया जाता है ।बङी मुस्किल से कान्वट मे भर्ती किया। लेकिन वहां से भी निकाल लेता है। इनका पति न अपने पत्नी से मिल सकता है । न पुत्र से न पुत्री से । इस परिवार के सभी सदस्य अपने निजी सम्बन्धि जैसे दादा दादी ,नाना नानी ,मामा मामी ,चाचा चाची आदि के साथ कोई सम्बन्ध नही रख सकता है ।गैर से ही सम्बन्ध रखने का आदेश है । इस संस्थान से जुडे सभी सदस्य को ऐसे ही रखा जाता है।  

यहां पर मानवाधिकार आयोग, महिला आयोग, बाल आयोग, सवर्ण आयोग, सभी फेल है।  थाना पुलिस, कोर्ट कचहरी, सबके बस की बात नही है । मिडिया कर्मी भी इन्ही लोगो का मोहताज है । cbi,cid, तो साधारण मनुष्य के है भी नही। 

अगर आप इसका जांच करने की इच्छुक है तो मै जान पर खेल कर पता दे रहा हूं । 

शिवकांत मिश्रा 

सिमराही बाजार 

जिला सुपौल बिहार 

नजदीक गौलचौक मन्नू बाबा के समाधि स्थल के बगल मे 


इतना खतरनाक तो अजगर भी नही होता है ।मै तो दुष्ट चरित्र नही लिखना चाहता हुं ।लेकिन बिहार मै अभी मेरे अलावा कोई है भी नही ,जो  ऐसे ऐसे नेताजी का चरित्र पर अंगुली उठा सके ! 

मै बात कर रहा था जीवकांत के प्रथम पुठत्री का ।जो बङा ही दिलचस्प है ।इनके माध्यम से इन्होने लगभग 25 करोङ की  आमदनी की है ।

हां, जी आप  चौक गये  ? चौंकिए नही । इस लङकी जिसका नाम विनिता है ।(बदला हुआ नाम है)इनके एक जैन का 25 बिघा जमीन बेचवाकर हङप लिया। सिर्फ धन ही नही बल्कि उनका एक मात्र बेटा जो विवाह के योग्य  था ,स्वीट प्वाईजन देकर खत्म कर दिया है ।6 महीने के अंदर की बात है । इनके जुर्म की गाथा मेरे जैसे कई लोग मिलकर भी नही लिख सकता है । 

विनिता के चार संतान, जिसमे एक लङका है । 25 वर्ष के उम्र होने के बाद भी वह मात्र 10 कि.मी. की दूरी पर ही है, लेकिन कभी पिता, दादा दादी के पास नही जा सकता है ।ठीक उसी तरह जिस तरह उसके माता, मामा, (मामी नही है । तीन सादी हुई, लेकिन किसी को नही रहने दिया गया । तीनो से देह व्यापार के लिए कहा गया ,तैयार नही होने पर जान बचाकर तीनो निकल गई।  कोर्ट मे केस भी हुआ। लेकिन बिहार के अदालत भी पैसा वालो की होती है ) नाना नानी जो कि आजीवन कभी 5 किमी की दूरी नही घुम सके । फिलहाल, दूसरी बेटी जो तीन बच्चे की मां है ।एक बेटी जो कि 9साल की है दूसरा बेटा जो कि आठ साल का है ।तीसरा बेटा जो 100%बिकलांग है । इनका पति जो कि गुडगांव मे मजदूरी करता है । इनको बच्चे सहित नाना नानी के यहां ही रहना पिता है । जो कमाई होता है ।वह सब नाना नानी के यहां ही जमा होता है । ये न  अपने घर पर रह सकता है, न पति के साथ रह सकता है ।अब इनका भी पुरा परिवार कमाकर इन अजगर का गुजारा करता है ।
बिहार प्रशासन अथवा भारत प्रशासन मे लगभग सभी विभाग मे गुहार लगा चुके है ।कोई फायदा नही ।
इनका नेटवर्क इतना विशाल है कि सम्बन्धित परिवार के दुर दुर तक रिस्तेदार का भी सम्पति हङप कर मटियामेट कर देता है ।
बिहार के अलावा किसी भी दूसरे राज्य मे रहता तो ये मामला कब हाईलाइट हो गया रहता !
क्रमश। 





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