विहार क्राइम का अद्भुत नमूना

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🕉 Sanatan Vedic dharma


 
सेवा मे 
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली 


श्रीमान प्रधानमंत्री महोदय दिल्ली।
14/02/2023 

'समय -
27/10/2013 को कमीश्नर साहब  काशी कमिश्नरी सहरसा बिहार  के  जनता दरबार जमा किया गया था ।किया गया था 
शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक शोषण से मुक्त करवाने के संबंध में।

महाशय,

सादर पूर्वक कहना है कि मेरे ससुर शिवकान्त मिश्र ग्राम-सिमराही, थाना-राघोपुर जिला सुपौल, बिहार बसन्त गडिया 2 घनश्याम माधोगडिया एवं इनके पुत्र। दोनो पिता स्व० लक्ष्मी माधोगड़िया ग्राम सिमराही, थाना- राघोपुर, जिला- सुपील के घर काफी पूर्व से बंधुआ मजदूर की तरह काम करते है जो अपनी पुत्री संगीता से मेरी शादी करवाये परन्तु मेरी पत्नी को मेरे घर नहीं रहने दिया गया बल्कि उपरोक्त दोनो भाई मेरे ससुर के माध्यम से अपने पास रखे हुए है एवं आशा के पद पर बहाल करवा दिये। मेरी पत्नी यदा कदा व नेरे घर आती थी मैं बड़ी एवं मझली लड़की क्रमश पुतुल देवी एवं डोली देवी की शादी परियाही में किया परन्तु उन दोनों बहनों को को भी मेरी पत्नी के माध्यम से वसन्त माधोगड़िया एवं धनश्याम माधोगड़िया अपने घर बुला लिये। कहने के लिए मेरी पत्नी व दोनों पुत्री एवं पुत्र मेरे ससुर के घर में रहते है। परन्तु वास्तव में ये सभी वसंत माधोगडिया एवं घनश्याम माधोगडिया के घर में ही रहने को मजबूर है जो दोनों भाई उन सब को काफी पूर्व से ब्लैकमेल कर रहे हैं तथा किसी को अपने ससुराल नहीं जाने देते है मैं जब अपने ससुराल जाता है तो दोनो भाई मेरी पत्नी और दोनों बेटी को कई तरह से प्रताडित करते हैं एवं मुझे भी मिलने और हैं। इस लिये मेरी पत्नी मेरे घर आयी एवं पुछने पर वह रो पड़ी रोते हुए बोली कि अब में या पुतुल या डोली और बुधन (मेरा लङका)वसन्त या घनश्याम के चंगुल से मुक्तः नहीं हो सकती हूँ। तथा विरोध करने पर हम तीनों को बदनाम कर देंगे एवं जान से भी मरवा देगा। दोनों भाई न जाने अपने जीवन में कितनी लड़की का जीवन बर्बाद कर चुके हैं। कई तरह के घिनौने धंधा भी इनका शौक है । जैसे दैहव्यापार, मानव व्यपार , । जो परिवार कभी भी किसी किमत पर इन कर्मो नही कर सकता है ,उनसे उनकी आंखो के सामने ऐसा अपराध करता है । कई लोग आत्महत्या कर लिए ,कई लोग घर बार छोड़कर सदा सर्वदा के लिए देश निकाला हो गए। कितने को जान से मार दिए, कितना को जेल मे सेवा दिए, कितने को धर से निकाल कर कब्जा कर लिया । जो पुरुष इसकी गुलामी स्वीकार कर ली ,उसकी सम्पति अपने अधीन कर लिया । इनके अपराध की लिस्ट कोई आफिसर ही बना सकता है ।जो प्रक्रिया कठीन है । 

 मेरे साला की प्रथम पत्नी को भी दोनों भाई अपने ससुराल में नही रहने देता है । जिसका एक बेटा भी हुआ ।बच्चे सहित मेरी सरहोज का अपहरण दोनों भाई करवा दिये। उसका आजतक कोई पता नही चला । उसके बाद दूसरी सादी की उसे भी परेशान करने लगा ।बाद मे उसने डोरी एक्ट के तहत बीरपूर अपर न्यायालय मे केस भी किया था । जिसके बाद उसे लापता करदिया है । उसके बाद पुनः तीसरी सादी करवा कर उसे भी गायब कर दिया गया है । उपरोक्त दोनों भाई काफी पैसे वाले दबंग एवं ऐयास प्रवृति के हैं जिनके डर से कोई विरोध करने को भी तैयार नहीं है। आर्थिक कमजोरी की वजह से केस लङने मे भी समर्थ नही हूं । पार्टी काफी पैसे वाले है । जिनका धंधा ही दुसरे की सम्पति का खुलेआम हरण करना है ,भला उसे पैसे की क्या कमी हो सकती है । पुलिस इस मामले मे हस्तक्षेप भी नही कर सकती है क्योकि पुलिस बिहार सरकार के अधीन है ।और सरकार ऐसे ऐसे डान के अधीन है ।जिसके कारण यह काफी फल फूल रहा है । सेकङो परिवार के जीवन को तबाह करने वाला यह आदमखोर अपराधी को गिरेवान मे झांकने की हिम्मत न तो बिहार के कमजोर सरकार, कमजोर प्रशासन,और नही किसी भी पत्रकार को ।

अतः श्री मान से प्रार्थना है कि उपरोक्त मामला को अपने स्तर से जांच पड़ताल करवाने की कृपा करें । मेरी पत्नी दोनों पुत्री पुत्र और नाती नतीनी को इन आततायी भाई के चंगुल से मुक्त करवाने की कृपा की जाय। वर्तमान समय मे मेरा पुत्र 25 वर्ष आजतक उसी के चंगुल मे है ।।दुसरी लडकी जो अब तीन बच्चे की मां है 1 सुमिरन 11साल 2बालवीर 9 साल 3 दिवयांग है । 4 साल का ये सभी वहीं किडनैप है ।दामाद को दिल्ली भेज दिया है ।वो कमा कमाकर पैसा भेजता है । साथ ही ये तीनो भी काम करता ही है । मेरे परिवार के सभी सदस्य को लूटा है ।सगे सम्बन्धित के सगे सम्बन्ध को भी बङी वेरहमी से लूटकर कूचल दिया है 30 /40/ किलोमीटर के अंतराल जो भी सगे सम्बन्धित है ,सबको कूचल दिया है । इसका लूटने का ढंग अनोखा है ।पडोसी के माध्यम से ही लूटता है । मेरे परिवार की जमीन लगभग 50 एकङ थी ,जो अब 5 /6 एकङ के लगभग बची है । एक भतीजी जिसका उम्र 35 वर्ष की हो चुकी है ।लेकिन सादी भी नही करने दिया जाता है । 25 वर्ष का भतीजा को भी मरवा दिया गया है । परिवार के सभी पुरूष सदस्य को अपने ही घर से भगा दिया जाता है ।जो दिल्ली आदि स्थानो पर मजदूरी करते है ।घर पर कुछेक महिला सदस्य ही रहती है ।वृद्ध महिलाओ पुरुषको खाने पीने मे भी कटौती की जाती है । बाकी महिलाओ से भी बेगारी करवाया जाता है । बिहार के कमजोर प्रशासनिक व्यवस्था से हर जगह इन्ही लोगो का वोलवाला है । विषेश लिखने से क्या लाभ । क्योकि मेरा सम्पति जो कि आज के समय मे लगभग 50करोङ से ऊपर की है,लूटा है ।सिर्फ सम्पति ही नही बल्कि मेरे नशल और धर्म को भी बर्बाद किया है ।मै एक पुत्र का पिता भी हूं लेकिन मै अपने राशन कार्ड भी नाम नही दे सकता हूं । इनका इरादा अब हमको खत्म कर मेरी सम्पति को यहां बेचकर ले जाना है ।
इससे पूर्व शिवकान्त मिश्र के साथ भी यही हुआ है ।पुरा जिन्दगी काम करवाकर उसके बाद दादा तक के सम्पति को बेचवाकर ले लिया ।आज उनका एक पुत्र 45 वर्ष का है ,जो आजीवन इसके निजी कारावास मे काम कर रहा है ।इनका तीन सादी करवा कर दहेज लेकर तीनो को लापता कर दिया है । एक पुत्री के तीन पुत्री और एक पुत्र इसके ही निजी कारावास मे रहने को विवश है ।तीनो का शादी-ब्याह हो चुका है लेकिन ससुराल मे नही इनके कारावास मे ही रहना होता है ।

मै प्रार्थना करता हूं कि इस मामले की जांच किसी जाबांज अधिकारी से करवाई जाए । जो पुरी जांच मे समर्थ हो । साथ ही परिवार के सुरक्षा के लिए अविलंब सरकारी खर्च पर एक महिला गार्ड की भी व्यवस्था कर दी जाए । अंततः परिवार के दयनीय स्थिति देखते हुए आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाए। मै अपने पूरे परिवार की सम्पति को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के नाम से करना चाहता हूं । 
इसमे माफिया के द्वारा शोषण उत्पीड़न का कीर्तिमान स्थापित किया जा रहा है । कानून की धज्जी उङाते हुए क्रूरतापूर्ण अत्याचार किया जा रहा है । परिवार के पुरुष सदस्य को तङपा तङपाकर मारा जा रहा है ।यदि कोई सदस्य पलायन कर लिया है तो वहां से भी उठा लिया जाता है । महिलाओ को अपने पति से अलग अलग गुप्त स्थानो पर रखा जाता है ।जिसकी जानकारी परिवार के किसी भी दुसरे सदस्य को नही होता है । कोई भी पति पत्नी से तलाक भी नही ले सकता है , क्योकि अधिकार जो वंचित हो जाएगा । महिलाओ को अनेक पुरुष से सम्बन्ध बनाकर पति पत्नी का नाटक किया जाता है ।दो दो पुरुष से उत्पन्न संतान मौजूद मे है । 
पुत्र को पिता अलग रखा जाता है । पुत्री को बेच भी दिया जाता है ।या फिर माता के साथ धंधा मे लिप्त कर दिया जाता है । इसमे माफिया पडोसी के साथ मिलकर सफलतापूर्वक लुटता है ।
पत्नी के छीन जाने से पीडित की हालात दयनीय हो जाती है ।क्योंकि कभी कभार के संयोग से दो तीन बच्चे का अवसर भी प्राप्त हो जाता है ।फिर पुरूष बच्चे के मोह मे फसाकर उसका पालन पोषण करने लगता है । बच्चे जैसे ही कुछ घरेलू काम धंधे करने लायक हो जाता है तो उसे भी छीन लिया जाता है ।
75% पुरुष सदस्य को मार ही दिया जाता है ।कुछ अभागे जो बच जाते है ,वो भोजन, वस्त्र आवास के अभाव और वच्चे का दर्द सामाजिक उपेक्षा कारण तङप तङप कर मर रहे है । पत्नी छीन जाने के कारण प्रधान मंत्री आवास भी नही मिल पाता है । अपने बच्चे के नाम पर मिलने वाला राशन भी दुसरे के राशन पर होता है ।

जैसा कि आप जानते है बिहार मे विगत 30 वर्षो से मूर्खों का ही शासन रहा है । इन मूर्खो के शासन का राज भी यही माफिया है ।
बिहार का यह माफिया अंग्रेज का हाईब्रिड है ।जो माङबारी कहे या महामारी । बिहार के लिए यह किसी भयंकर महामारी से कम नही है ।



धन्यवाद 

आपका विश्वासभाजन

(भूपाल मिश्र)

ग्राम-गोसपुर, थाना- करजाईन जिला-सुपील (बिहार) 852215 
9102604354
क्रमश 



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